Monday, 4 November 2019

LIC के ग्राहकों के लिए अच्‍छी खबर, अब दो साल बाद भी अपनी बंद पॉलिसी करवा सकते हैं चालू

LIC के ग्राहकों के लिए अच्‍छी खबर, अब दो साल बाद भी अपनी बंद पॉलिसी करवा सकते हैं चालू
LIC ने उन पॉलिसी धारकों को बड़ी राहत दी है जो अपना प्रीमियम दो साल से अधिक समय से नहीं भर रहे थे और जिनकी पॉलिसी लैप्‍स्‍ड हो गई थी।
नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने उन पॉलिसी धारकों को बड़ी राहत दी है जो अपना प्रीमियम दो साल से अधिक समय सेे नहीं भर रहे थे और जिनकी पॉलिसी लैप्‍स्‍ड हो गई थी। LIC के अनुसार, जिन ग्राहकों ने दो साल से अपना प्रीमियम नहीं भरा है और जिनकी पॉलिसी लैप्‍स हो गई है, अब वे भी अपनी पॉलिसी को फिर से चालू करवा सकते हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम ने अपने बयान में कहा है कि वैसी पॉलिसियां जिन्‍हें लैप्‍स्‍ड हुए दो साल से अधिक हो चुके हैं और जिन्‍हें रिवाइव करवाने की अनुमति पहले नहीं थी, उन्‍हें अब चालू करवाया जा सकता है। 
1 जनवरी 2014 से प्रभाव में आए IRDAI प्रोडक्‍ट रेगुलेशन 2013 के अनुसार, जिस तय तारीख को पॉलिसी धारक प्रीमियम नहीं भरते हैं उसके दो साल तक वे अपनी पॉलिसी फिर से चालू करवा सकते थे। इससे पहले, वैसी सभी पॉलिसियां जो दो साल से अधिक समय से प्रीमियम न देने के कारण लैप्‍स्‍ड हो चुकी हैं, उन्‍हें दो साल बाद फिर से चालू नहीं करवाया जा सकता था। 
जीवन बीमा कवर का फायदा लगातार बनाए रखने के लिए LIC ने IRDAI से संपर्क किया और वैसे ग्राहक जिन्‍होंने 1 जनवरी 2014 के बाद पॉलिसी ली है उनके लिए पॉलिसी को चालू करवाने की अवधि दो साल से अधिक कर दी है। भारतीय जीवन बीमा निगम ने कहा है कि जिन पॉलिसी धारकों ने 1 जनवरी 2014 के बाद अपनी पॉलिसी ली है वे अपनी नॉन-लिंक्‍ड पॉलिसी भुगतान न किए गए पहले प्रीमियम की तारीख से पांच साल के भीतर और यूलिप के मामले में तीन साल के भीतर अपनी पॉलिसी फिर से शुरू करवा सकते हैं। 
एलआईसी के प्रबंध निदेशक विपिन आनंद ने कहा कि कई ऐसे उदाहरण समाने आए हैं कि कोई पॉलिसी धारक प्रीमियम का पेमेंट करने में अक्षम रहा है और इस कारण पॉलिसी लैप्‍स हो गई। यह हमेशा ही एक अच्‍छी बात है कि लोग अपनी पुरानी पॉलिसी को फिर से चालू करवाएं न कि पुरानी पॉलिसी को छोड़कर नई पॉलिसी लें। 

सलमान ख़ान से सिर्फ़ 7 साल बड़ी हैं 'राधे'में उनकी मां का किरदार निभा रहीं एक्ट्रेस, 'पीएम नरेंद्र मोदी' में था यह रोल

सलमान ख़ान से सिर्फ़ 7 साल बड़ी हैं 'राधे'में उनकी मां का किरदार निभा रहीं एक्ट्रेस, 'पीएम नरेंद्र मोदी' में था यह रोल
Zarina Wahab As Salman Khans Mother in Radhe राधे में सलमान पुलिस अफ़सर के किरदार में ही दिखाई देंगी। फ़िल्म का फ़र्स्ट लुक सलमान ने कुछ दिन पहले ही जारी किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। सलमान ख़ान ने अगली ईद पर रिलीज़ हो रही अपनी फ़िल्म राधे की शूटिंग शुरू कर दी है। इस फ़िल्म का निर्देशन उनके वांटेड डायरेक्टर प्रभुदेवा कर रहे हैं। फ़िल्म में दिशा पाटनी, जैकी श्रॉफ, रणदीप हुड्डा जैसे सितारे सलमान के साथ नज़र आएंगे और अब एक नये किरदार के बारे में ख़बर आई है। 
बॉलीवुड हंगामा बेवसाइट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, वेटरन एक्ट्रेस ज़रीना वहाब ने राधे की स्टार कास्ट ज्वाइन की है। फ़िल्म में वो राधे की मां के रोल में दिखेंगी। दिलचस्प बात यह है कि रियल लाइफ़ में सलमान और ज़रीना की उम्र का फ़ासला ज़्यादा नहीं है। सलमान अभी 53 साल के हैं, जबकि ज़रीना की उम्र लगभग 60 साल है। यानि पर्दे पर मां बेटे के किरदार निभाने वाले इन दोनों कलाकारों की उम्रों में सिर्फ़ 7 साल का अंतर है। ज़रीना वहाब ने सत्तर के दौर में अपनी फ़िल्मी पारी शुरू की थी। उन्होंने चितचोर, घरौंदा, सावन को आने दो जैसी फ़िल्मों में काम किया। उन्होंने दक्षिण भारतीय सिनेमा की कुछ फ़िल्में भी कीं। 

नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा- बारिश में भीगना राजनीति के लिए शुभ संकेत

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नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा- बारिश में भीगना राजनीति के लिए शुभ संकेत
गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा जब आप बारिश में भीग जाते हैं तो आपका भविष्य अच्छा होता है..पत्रकार ऐसा कहते हैं।
 मुंबई, प्रेट्र। मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान बारिश होने पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने गृह राज्य महाराष्ट्र के हालिया चुनाव परिणामों की पृष्ठभूमि में भाजपा के राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधा।
उपनगरीय विले पार्ले में शुक्रवार शाम को उनका खुले मंच पर साक्षात्कार हो रहा था। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। गडकरी और साक्षात्कार लेने वाले के लिए दो व्यक्ति छाता पकड़े खड़े थे। इसी दौरान गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा, 'जब आप बारिश में भीग जाते हैं, तो आपका भविष्य अच्छा होता है..पत्रकार ऐसा कहते हैं।' उनके इस बयान पर दर्शक हंसने लगे। मंत्री भी अपनी टिप्पणी पर हंसते दिखे।

Current situation in Kashmir not good and not sustainable, says Angela Merkel

Prime Minister Narendra Modi with German Chancellor Angela Merkel during a ceremonial reception for her at the forecourt of the Rashtrapati Bhavan in New Delhi on November 1, 2019.
Prime Minister Narendra Modi with German Chancellor Angela Merkel during a ceremonial reception for her at the forecourt of the Rashtrapati Bhavan in New Delhi on November 1, 2019.   | Photo Credit: R.V. Moorthy

The German Chancellor’s comments came after New Delhi and Berlin agreed to work on bilateral and multilateral platforms to counter terrorism and extremism.

German Chancellor Angela Merkel on November 1 expressed concern for the people of Kashmir and said that the lockdown of the region cannot be supported for long. The German leader's comments came hours after India and Germany agreed to work on bilateral and multilateral platforms to counter terrorism and extremism.
"The situation now for the people (in Kashmir) is not good and not sustainable. This has to be improved for sure," said Ms. Merkel to a group of German journalists who travelled to Delhi for the visit. Officials said developments in Kashmir were not part of the bilateral delegation-level talks held at Hyderabad House, but that Ms. Merkel expected to hear from Prime Minister Narendra Modi on the government's road map for J&K during her formal dinner on November 1 night.

Watch | Kashmir Valley: Train services remain suspended months after dilution of Art.370

Kashmir Valley: Three months after the decision on Article 370
Volume 90%
 

The Hindu's Amit Baruah reports on video from the Baramulla station in Kashmir about the distruptions to the transport services 3 months after the dilution of Article 370

The Hindu's Amit Baruah reports from Baramulla station of the Indian Railways where train services have been stopped since August 5, 2019. The result of the government diluting Article 370 and abrogating Article 35A which gave special provisions to the people of Kashmir. There is still a lot of fear that people might agitate and destroy train property.
Nearly three months after the disturbances broke out in Kashmir and the protests against dilution of Article 370 train services are still at a halt.
According to police staff, the resuming of train services depends on the people.

India, Uzbekistan sign three defence MoUs

Defence Minister Rajnath Singh shakes hands with Uzbekistan Defence Minister Major General Bakhodir Nizamovich Kurbanov after signing an MoU following their bilateral talks in Tashkent, Uzbekistan on November 2, 2019.
Defence Minister Rajnath Singh shakes hands with Uzbekistan Defence Minister Major General Bakhodir Nizamovich Kurbanov after signing an MoU following their bilateral talks in Tashkent, Uzbekistan on November 2, 2019.   | Photo Credit: PTI

Rajnath Singh's visit to Uzbekistan is the first visit by an Indian Defence Minister to the country in about 15 years

India and Uzbekistan on Sunday signed three memorandums of understanding (MoU) to enhance cooperation in military medicine and military education during the visit of Defence Minister Rajnath Singh.
This was the first visit by an Indian Defence Minister to Uzbekistan in about 15 years, a Defence Ministry statement said.